कोटा (हमारा वतन) राजस्थान के कोटा जिले के इटावा उपखंड में 3 वर्षीय मासूम की कार में दम घुटने से मौत हो गई। बच्ची के माता-पिता उसे कार में भूलकर शादी में चले गए थे। करीब 2 घंटे तक बंद कार में मासूम मौजूद थी। इसके चलते उसका दम घुट गया और मौत हो गई। बालिका संभवत इस दौरान रोई भी होगी, लेकिन शादी समारोह में तेज डीजे बज रहा था। ऐसे में किसी का ध्यान गाड़ी की ओर नहीं गया। कार भी धूप में ही खड़ी हुई थी।
जानकारी के बाद परिजन बच्ची को आनन-फानन में लेकर इटावा अस्पताल पहुंचे, जहां पर मौजूद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया | प्रारंभिक तौर पर चिकित्सकों का मानना है कि बालिका को सांस लेने में दिक्कत हुई होगी, लेकिन किसी का ध्यान उस पर नहीं गया।
खातौली थाने के हेड कांस्टेबल ने बताया कि 3 वर्षीय मासूम बालिका की गाड़ी में सोते समय दम घुट जाने से मौत हुई है। परिजनों ने किसी तरह की पुलिस कार्यवाई से इनकार किया है। जिसके बाद बालिका के शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया है।
मामले के अनुसार विज्ञान नगर निवासी प्रदीप नागर, उनकी पत्नी व दो बच्चियों के साथ खातौली थाना इलाके के जोरावरपुरा गांव में शादी विवाह में शामिल होने के लिए गए थे, जहां पर गांव में पहुंचने पर उन्होंने गाड़ी पार्क कर दी। उस समय मासूम 3 वर्षीय गर्वी सो रही थी। दोनों पति-पत्नी और बड़ी बच्ची गाड़ी से उतर कर चले गए।
प्रदीप का कहना है कि उसने सोचा था कि पत्नी ने बच्ची को उतार लिया, जबकि पत्नी ने भी यही सोचा कि पति ने उतार लिया है। दोनों शादी समारोह में व्यस्त हो गए। 2 घंटे बाद जब दोनों एक दूसरे के आमने-सामने आए तब गर्वी के बारे में पूछा। इसके बाद घटनाक्रम की जानकारी मिली। जब दोनों भाग कर कार के नजदीक पहुंचे, तब बालिका बेहोशी की हालत में पड़ी हुई थी। इसके बाद जब अस्पताल लेकर गए तो उसे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
रिपोर्ट – राम गोपाल सैनी